नशा एक अभिशाप

        नशा एक अभिशाप

नशा करता है नाश :-
नशा सर्वप्रथम तो इंसान को शैतान बनाता है। शरीर के चार महत्वपूर्ण अंग हैं फेफड़े, लीवर, गुर्दे, हृदय। शराब सबसे प्रथम इन चारों अंगों को खराब करती है। इन सब से निजात पाने के लिए अवश्य देखिए साधना चेनल शाम 7:30 से ।

👉शराब पीने वाले इंसान को नरक में मूत्र पिलाया जाता है क्योंकि वह हमेशा कड़वा पानी ही पीता है मनुष्य जन्म में।

👉नशा करने वाले इंसान को नरक में भयंकर यातनाएं दी जाती हैं।

👉शराब पीने से कैंसर जैसी भयानक बीमारियाँ होती हैं। इससे मनुष्य हमेशा दुःखी होता है। 
नए-नए रोग होते हैं नशे की वजह से। इसे जल्द त्यागने में ही भलाई है।

👉नशा चाहे शराब, सुल्फा, अफीम, हिरोईन आदि-आदि किसी का भी करते हो, यह आपके सर्वनाश का कारण बनेगा।
इसका किसी भी शास्त्र में उल्लेख नहीं है।
यह मानव समाज को बर्बाद कर रहा है।

👉शराब इतनी खतरनाक है कि यह बसे बसाए खुशहाल परिवार को भी उजाड़ देती है तथा धन व बल दोनों का नाश करती है।

👉किसी भी धर्म के पवित्र सदग्रंथों में शराब पीने का वर्णन नहीं है। फिर हम धर्म के विरुद्ध आचरण क्यों कर रहे हैं ?

👉यदि आप शराब की लत नहीं छोड़ पा रहे हैं और नशा मुक्ति केंद्र से भी आपको इस बारे में सफलता नहीं मिली है।
तो निराश न हों। संत रामपाल जी महाराज जी से नाम उपदेश लेकर आप इसे बड़ी आसानी से छोड़ सकते हैं।🙏🙏🙏🙏

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